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डायबिटीज वालो को दबाकर खानी चाहिए ये 5 सब्जियां, नहीं बढ़ेगा ब्लड शुगर

डायबिटीज एक बार हो जाए तो इसे दवाओं और लाइफस्टाइल में बदलाव की मदद से ही मैनेज किया जा सकता है। यानी इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। इसलिए दवाइयों के साथ अपनी डाइट और जीवन में सुधार कर भी आप इसे कंट्रोल में रख सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसी सब्जियों के बारे में जो डायबिटीज में आराम से खाई जा सकती हैं।

डायबिटीज की पहचान होते ही मरीज न्यूट्रिशनिस्ट, डॉक्टर, डायटिशियन और जिम के चक्कर लगाने लगता है। स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूकता में डायबिटीज को लेकर काफी चर्चा होती रहती है। इन सब के बावजूद दुनियाभर के 17% डायबिटीज के मामले भारत में होते हैं, जिसके कारण इसे डायबिटीज कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड भी कहा जाता है। यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।

इसलिए डायबिटीज का सबसे उत्तम इलाज यही है कि इससे बचाव करें और अगर किन्हीं कारणों से ये रोग हो भी जाए तो भी अपनी जीवनशैली में ऐसे बचाव करते हुए जीवन जिएं जिससे ब्लड शुगर लेवल हमेशा नियंत्रित रहे।

जब खानपान की बात हो ही रही है, तो सभी जानते हैं कि इसमें सफेद चीनी, चावल और स्टार्च से परहेज़ करने की सलाह दी जाती है। फल, सब्जी, सलाद और दूध, दही, छाछ जैसी स्वास्थ्यवर्धक चीज़ें खानी चाहिए। कुछ ऐसी सब्जियां होती हैं, जिन्हें खाने से डायबिटीज हमेशा कंट्रोल में रहती है।

तो आइए जानते हैं ऐसी ही 5 गुणकारी सब्जियों के बारे में जो डायबिटीज में होती हैं –

गाजर

यह बीटा कैरोटिन, फाइबर और विटामिन-ए और के से भरपूर होती है। यह एक अच्छी एंटी ऑक्सीडेंट भी है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जिसके कारण डायबिटीज में आराम से इसे खाया जा सकता है। इसे सलाद में खाएं, उबाल कर खाएं या पुलाव और सब्ज़ी में मिला कर खाएं। लेकिन बिना चीनी का प्रयोग किए, शहद या गुड़ में बना गाजर का हलवा खाएं, वो भी एक सीमित मात्रा में

हरी पत्तेदार सब्जियां

पालक, मेथी, बथुआ जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां कैलोरी में कम होती हैं और इनमें मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। मैग्नीशियम टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम करता है। ये सब्जियां विटामिन, कैल्शियम और आयरन से भी भरपूर होती हैं जिसके कारण डायबिटीज में इसे खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और इनमें मौजूद फाइबर ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करते हैं।

करेला 

एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर करेला सभी सब्जियों में बहुत कड़वा होता है। इसमें विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं और यह एक अच्छा एंटी बैक्टिरियल एजेंट है। यह भूख को कम करता है, ब्लड शुगर लेवल कम करता है और वज़न नियंत्रित करने में भी मदद करता है। इसमें कैरनटाइन नाम का एक फाइटोन्यूट्रिएंट पाया जाता है जिसका हाइपोग्लाइसेमिक इफेक्ट होता है जो कि करेले के जूस को डायबिटीक पेशंट के लिए बेस्ट बनाता है।

लौकी

इसे कुछ क्षेत्रों में दूधी या घिया भी कहते हैं। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसमें फैट की मात्रा न के बराबर होती है, और कैलोरी काउंट भी बहुत ही कम होता है। यह लिवर की कार्यशैली को भी सुधारती है। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखती है। इस तरह कुल मिलाकर एक डायबिटीक पेशंट के लिए ये एक आदर्श फूड है।

कच्चा केला 

यह फाइबर, विटामिन, मिनरल, रेसिस्टेंट स्टार्च, विटामिन-बी6 की खान होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है, वज़न नियंत्रित रखता है, ब्लड कॉलेस्ट्रॉल कम करता है, और अधिक पोटेशियम की मात्रा होने के कारण केला ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल करता है।

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